हर लम्हा तुम्हारी यादों में जीना मुहाल हो गया है बेपरवाह कब तक रहोगी मेरे हालात की हकीकत से नजरअंदाज क्यों किए जा रही हो मेरे मन में सवाल उठ रहा है
बेशक अपने दिल से बेदखल कर दो प्यार करते रहेंगे यह सच्ची मोहब्बत है भुला नहीं सकते एकतरफा प्यार में यूं ही जलते रहेंगे
तुम्हारे वादे टूटने लगे हैं वफ़ा पर सवाल उठने लगे हैं कमजोर मेरे विश्वास की दहलीज हो गई है आंखों से आंसू छूटने लगे हैं
मायूसी से निकलने का रास्ता चाहता हूं जिंदगी में खुशियों का वास्ता चाहता हूं